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अक्सर डोनर्स एक एनजीओ से इसलिए विद्ड्रॉ कर लेते हैं क्योंकि एनजीओ अपने सिस्टम नहीं मैंटेन कर पाते हैं (जैसे समय पर रिपोर्ट देना), या वह अपना किया हुआ काम प्रभावी ढंग से नहीं बता पाते, या उन्हें डोनर्स के मुश्किल फॉरमैट्स समझ नहीं आते |
संस्थाओं के ऊपर कानूनी (जैसे इनकम टैक्स) पेनाल्टी लग जाती है और कभी-कभी रजिस्ट्रेशन कैंसिल हो जाता है क्योंकि उन्हें इन्कमटैक्स, PF, लेबर लॉ, FCRA आदि की पूरी जानकारी नहीं होती |
कई बार संस्था के हाथ से नए फंडिंग के अवसर निकल जाते हैं क्योंकि वह प्रपोजल सही से नहीं लिख पाते या उन के सिस्टम डोनर की जरूरत के मुताबिक नहीं होते (due diligence में रिजेक्ट हो जाना)|
अच्छे कर्मचारियों को भी आगे बढ़ने के अवसर धीरे – धीरे मिलते हैं क्योंकि उन्हें प्रोफेशनल प्रशिक्षण नहीं मिल पाता | “NGO ‘पाठशाला’” डेवलपमेंट लिंक्स द्वारा तैयार किये २४ (24) ऑनलाइन, ट्रेनर के साथ, फेस टू फेस सेशंस हैं | इन में से हर सेशन चार घंटे का होगा और हर महीने में दो सेशन शनिवार के दिन रखे जायेंगे | सभी सेशन आम बोलचाल की हिंदी/ इंग्लिश में होंगे और इन सेशंस में अलग-अलग विषय जैसे फाइनेंसियल सिस्टम, कानूनी और वैधानिक नियम, डाटा प्रबंधन और विश्लेषण, प्रपोजल लिखना, रिपोर्ट तैयार करना, एच आर सिस्टम और डोनर/पब्लिक से कम्युनिकेशन के ऊपर बेसिक जानकारी दी जाएगी |
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रजिस्ट्रेशन की अंतिम तिथि १५ अप्रैल २०२१ और पहले सेशन की तिथि १ मई २०२१ है